प्रधानमंत्री आवास की लालसा में घर से बेघर हो रही गरीब जनता - स्मिता - sanskar.live
ad inner footer ad inner footer ad inner footer
ad inner footer ad inner footer

Hot

सितंबर 19, 2022

प्रधानमंत्री आवास की लालसा में घर से बेघर हो रही गरीब जनता - स्मिता



हितग्राहियों के धैर्य की परीक्षा न ले भूपेश सरकार 


बागबाहरा संस्कार न्यूज़ गौरव चंद्राकर / जनपद अध्यक्ष स्मिता हितेश चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के संवेदनहीन रवैये व  क्रूर सोच  के चलते जुनवानीकला का एक गरीब मजदूर परिवार की पीड़ा जो पीएम आवास के अकल्पनीय स्वपन को साकार होने के ख्वाब के चलते केवल दो किस्त की राशि मिलने के बाद अपने कच्चे मकान को तोड़कर नया मकान बनाने की भूल  कर बैठा , उसे क्या पता था कि तीसरी किस्त  मिलने में असीमित बाधाए खड़ी है जिसके कारण उसके पी एम आवास योजना से बनने वाला मकान अधूरा रह जावेगा। हालात यह है की गरीब परिवार अपने बच्चों के साथ बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गया है और पूरा परिवार घर से बेघर हो गया है । बमुश्किल उस 6 सदस्यीय गरीब ने अपने बच्चों का सर छुपाने के लिए किसी तरह कच्ची झोपड़ी रुंध कर  जिसमे बडी मुश्किल से दो खाट बिछा सकते है  उसे आशियाना बना कर  गुजारा कर  रहा है। अपनी पीड़ा  बयां करते हुए बताया कि पी एम आवास का मकान बनाने हेतु रेत गिट्टी बाहर में पड़ी थी जो बारिश मे बह कर नष्ट हो चुकी है, सीमेंट बारिश में पत्थर बन गया है। दुकानदार ब्याज सहित कर्ज वसूलने आए दिन परेशान करता है। हम गरीब कर्ज अदायगी के लिए ईंट भट्ठा दलाल से एडवांस लेकर दुकानदार का कर्ज चुकाकर उत्तर प्रदेश जाने  करते हुए कहा हमें मजबूरी में पलायन करना पड़ रहा है । इस गरीब ने रुंधे गला से अपनी पीडा व्यक्त की क्या गरीब की पीड़ा को सिर्फ महसूस किया जा सकता है इस हितग्राही के साथ जो बीत रहा है उसे देख और सुनकर हर किसी का मन व्यथित हुए बिना नही रहेगा।


अध्यक्ष श्री मति स्मिता ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की मेरे ब्लॉक में स्थिति इस प्रकार से है कि दूसरी किस्त प्राप्त हितग्राहीयों की संख्या 178 है तीसरी किस्त प्राप्त हितग्राहीयो की संख्या 450 है और चौथी किस्त प्राप्त करने वाले हितग्राहियों की संख्या 3551 है , इस तरह कुल 3979 हितग्राहियों की संख्या है जिन्हें राशि दिया जाना शेष है।राशि के अभाव में इन गरीबों को घर से बेघर होना पडा है,आज भुक्तभोगी हितग्राही कर्ज के बोझ तले दबे अपने भाग्य को कोस रहे है।

छत्तीसगढ़ सरकार के गलत नीतियों के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना पूरी तरह से खटाई में पड़ चुकी है प्रदेश भर के लोगों का पक्का मकान का सपना अधूरा रह गया है।सरकार से आवास की स्वीकृति मिलने के बाद मकान बनाने की तैयारी में जुट गये और पहली किस्त मिलते ही पुरखों की धरोहर के रूप में मिला कच्चे मकान को तोडकर वे बेघर हो गये है।छत्तीसगढ़ सरकार गांव गरीब की सरकार का नारा लगाते नहीं थकती लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों की खिलाफत में काम कर रही है!

छत्तीसगढ़ सरकार अगर एक हफ्ते के अंदर अधूरे पड़े आवास जी तीसरी या चौथी किस्त की राशि प्रदान नहीं करती हैं तो महासमुंद कलेक्टर का घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम चेतावनी युक्त ज्ञापन दिया जाएगा। इस दौरान सरपंच संघ के अध्यक्ष एवन साहू,  सरपंच राधेलाल साहू जी, उपसरपंच नरेंद्र ठाकुर, व हितग्राही गण हीराबाई विश्वकर्मा सुमित्रा भूरी साहू संकी साहू महेश यादव आदि उपस्थित थे

Post Top Ad

ad inner footer ad inner footer