कार्यशाला में ऑडियो विजुअल टूल्स के जरिए इंस्पायर अवार्ड मानक योजना की दी गई जानकारी।
सरायपाली संस्कार न्यूज़ गौरव चद्राकर /शिक्षा अधिकारी महासमुन्द विजय कुमार लहरे के कुशल निर्देशन एवं इंस्पायर अवार्ड मानक के जिला नोडल अधिकारी जगदीश सिन्हा के मार्गदर्शन में इंस्पायर अवार्ड मानक अंतर्गत विकासखंड सरायपाली के समस्त मिडिल,हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के इंस्पायर अवार्ड मानक प्रभारी शिक्षक/ शिक्षिकाओं की विशेष कार्यशाला का आयोजन जनपद पंचायत नरेगा हाल सरायपाली में किया गया जिससे ब्लॉक के 120 टीचर्स लाभान्वित हुए।
इंस्पायर अवार्ड मानक भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित एक विशिष्ट कार्यक्रम है। जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विज्ञान की ओर आकर्षित करना एवं उनके मौलिक विचारों,नवाचारों एवं नवप्रवर्तन को बढ़ावा देना है।
कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर बीईओ प्रकाशचन्द्र मांझी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें विद्यार्थियों की मौलिक विचारों को लेकर आगे बढ़ना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिल सके।
बीआरसीसी सतीश स्वरूप पटेल ने कहा कि शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को अपने आसपास की समस्याओं का चिन्हांकन करते हुए उसके समाधान हेतू नए आइडिया के साथ नवाचार करने अभिप्रेरित करना नितांत आवश्यक है।
कुशल प्रशिक्षक द्वय व्याख्याता निर्मल कुमार प्रधान (ब्लॉक नोडल अधिकारी इंस्पायर अवार्ड मानक) एवं शिक्षक यशवन्त कुमार चौधरी (सहायक ब्लॉक नोडल अधिकारी इंस्पायर अवार्ड मानक) द्वारा दो पालियों में प्रभारी शिक्षक/ शिक्षिकाओं को प्रभावी ढंग से कार्ययोजना बनाकर कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षक यशवन्त कुमार चौधरी ने बताया कि संवेदना सहित बाल वैज्ञानिकों को तलाशने और तराशने के साथ - साथ सृजनशीलता, रचनात्मकता कल्पनाशीलता को नया आयाम देने सतत मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन आवश्यक है।इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत विचार/ प्रोजेक्ट /मॉडल चयन के लिए उसकी नवीनता,व्यवहारिकता,सामाजिक उपयोगिता,पर्यावरण की अनुकूलता,मौजूदा तकनीक से बेहतरी आधार पर किया जाना उचित है।प्रशिक्षक निर्मल कुमार प्रधान ने इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत विचार,मॉडल, प्रोजेक्ट पंजीयन प्रक्रिया को प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑडियो - विजुअल टूल्स के जरिए क्रमश: जानकारी देते हुए इस दौरान होने वाली असुविधा/समस्याओं/बारिकियों से अवगत कराते हुए उसके समाधान के तरीके सहजता से बताया ।प्रत्येक मिडिल /हाई/हायर सेकंडरी विद्यालय से विद्यार्थियों से प्राप्त यूनिक, उपयोगी पांच आईडिया/प्रोजेक्ट/मॉडल का चयन कर इंस्पायर अवार्ड मानक पोर्टल में समयसीमा में ऑनलाईन सबमिट करने कार्यशाला में प्रेरित किया गया।
प्रतिवर्ष 6वीं से 10 वीं तक के विद्यार्थियों को ही पात्र माना जाता था,इस वर्ष से ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को भी इसमें पात्र माना गया है।
प्रत्येक चयनित आइडिया/प्रोजेक्ट/मॉडल के लिए दस हजार रूपए की राशि केन्द्र प्रवर्तित योजना अन्तर्गत डीबीटी के माध्यम से विद्यार्थी के बैंक खाते में सीधे दी जाती है।
DST- NIF के पोर्टल पर उपलब्ध inspire award Manak से संबंधित विषय वस्तुओं को शिक्षकों से साझा किया गया जैसे- अनुभव कहानियां,पोस्टर,नवीन पंजीयन OTR, शिक्षकों के लिए नवाचार मार्गदर्शन पुस्तिका आदि।
कार्यशाला के दौरान व्याख्याता दीपिका पटेल,शशिभूषण पटेल,राजेश चौधरी, गुलाबचंद्र दास,प्रेमकुमार पटेल,दिनेश कुमार भोई,प्रज्ञा शर्मा,प्रतिक्षा प्रधान,धनंजय सिदार,शिक्षिका संगीता पंडा,लक्ष्मी नायक, डिरीप पटेल,रोशन पटेल,ज्योति कुमार ठेठवार,हेमंत कुमार चौधरी,नवीन कुमार मिश्रा आदि ने भी अपने अनुभव/प्लानिंग/इंस्पायर संबंधी जानकारी शेयर कर इंस्पायर अवार्ड मानक प्रोग्राम को सफल बनाने ब्लॉक के शिक्षकों को प्रोत्साहित किया।
कार्यशाला को सफल बनाने में समस्त नोडल प्राचार्य,समस्त सीएसी, समस्त संस्था प्रमुखों सहित सीएसी राजेश कुमार पटेल,बीईओ कार्यालय स्टॉफ एवं जनपद पंचायत नरेगा स्टॉफ आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।