महासमुंद संस्कार न्यूज़ गौरव चंद्राकर/ आर्थिक अनुसन्धान केंद्र द्वारा महासमुंद जिले मे स्वास्थ्य और शिक्षा के परीपेक्ष्य और सम्भावनाओं विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया I उपरोक्त कार्यशाला मे संस्था के राज्य प्रमुख श्री प्रकाश गार्डिया द्वारा शिक्षा के अधिकार के महत्व तथा उसके जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा सबका अधिकार है तथा एक अच्छे राष्ट्र निर्माण के लिए इस पर बल देने कि आवश्यकता है हमारे शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रो मे शाला त्यागी बच्चों की संख्या अधिक जो किसी न किसी कारण वश स्कूली शिक्षा से वंचित हो गए है उन्हें पुनः स्कूलों मे दाखिला की आवश्यकता है साथ ही स्कूलों मे शिक्षा के गुणवत्ता उन्नयन तथा निगरानी हेतु स्कुल मैंनेजमेंट कमिटी को सक्रिय कर बाल हित व् स्कुल विकास के लिए कार्ययोजना तैयार कर उसकी सार्थकता को सिद्ध करना होगा, स्कूल प्रबंधन समिति को दस्तावेज से भौतिक रूप में लाने के लिए शिक्षको के साथ साथ पालको को भी सक्रीय होना पड़ेगा साथ ही इसमें सम्मिलित सदस्यों के मापदंड को पूरा कर पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है जिसके परिणाम शिक्षा के अधिकार का सही मायने में परिपालन हो सकेगा शाला त्यागी बच्चो का एक सामान्य सर्वे कर उनका दस्तावेजीकरण करके पुनः शिक्षा व्यवस्था किये जाने हेतु आवश्यक प्रबंध करने पर जोर दिया जाएगा शासकीय स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक मजबूत किये जाने हेतु आर्थिक अनुसन्धान केंद्र के मार्गदर्शन में जिले की स्वयं सेवी संस्थाए आगे पहल करेगी तथा जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध किये जाने हेतु बेहतर प्रयास किया जाएगा जिसके परिणाम स्वरुप जन सामान्य को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ होगा, जिले में शासकीय चिकित्सालय की सेवा व्यवस्था हेतु जनभागीदारी भी अनिवार्य है इसके लिए लोगो को जागरूक भी किया जायेगा जिले में सभी प्रकार की स्वास्थ्यगत सुविधा तथा शिक्षा के अधिकार को धरातल पर लागू किये जाने हेतु जिले के स्वैच्छिक संस्थाओ, समाज के प्रभावी लोगो तथा सामाजिक कार्यकर्ताओ के सहयोग से साझा अभियान चलाया जायेगा I आयोजित कार्यशाला में जिले में कार्यरत स्वैच्छिक संगठन के पदाधिकारी, सदस्य तथा सामजिक कार्यकर्ता विशेष रूप से उपस्थित थे I