पिथौरा संस्कार न्यूज़ गौरव चंद्राकर /राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली के योजना अंतर्गत कोरोना काल में बच्चों के अधिगम प्रतिफल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद, रायपुर एवं समग्र शिक्षा द्वारा मिशन एलओसी अर्थात लर्निंग आउटकम कंप्लीशन योजना लांच की गई है |इसी तारतम्य में जिला शिक्षा कार्यालय महासमुंद के निर्देशानुसार उपचारात्मक शिक्षण हेतु मिशन एल.ओ.सी. के लिए वि.खं. पिथौरा में प्रभावी प्रशिक्षण कार्यक्रम बीईओ श्री केके ठाकुर, कन्या शाला प्राचार्य श्री ए आर बरिहा, बीआरसीसी श्री अतुल कुमार प्रधान , वि.खं.संयोजक विज्ञान परिषद श्री विवेक कुमार वर्मा, सहसंयोजक अक्षय कुमार साहू , मास्टर ट्रेनर्स व विषय विशेषज्ञों, प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला पिथौरा में आगाज हुआ।इस अवसर पर बीईओ श्री केके ठाकुर ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि कोरोना कॉल में बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई थी |इन कमियों को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अब आप सभी व्याख्याताओं पर है | उपचारात्मक शिक्षण के माध्यम से इन कमियों को दूर करने का भरपूर प्रयास किया जाए|
विकासखंड स्तर पर 16 जनवरी एवं 17 जनवरी को उपचारात्मक शिक्षण एवं शिक्षक संदर्शिका उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई| प्रथम दिवस 127 व्याख्याताओं ने तथा द्वितीय दिवस 114 व्याख्याताओं ने कार्यशाला में उपस्थिति दी व प्रशिक्षण प्राप्त किया ।प्रशिक्षण के अंतिम दिवस निरीक्षण हेतु जिला नोडल अधिकारी श्री जगदीश सिन्हा,खेमराज साहू,सुखवेंद्र द्विवेदी कार्यशाला में उपस्थित हुए तथा कार्यशाला से काफी संतुष्ट नजर आए, मिशन एलओसी के बारे में जानकारी देते हुए श्री विवेक वर्मा ने कहा कि प्रभावी तरीके से उपचारात्मक लर्निंग लॉस को पूरा करने विद्यार्थियों में शिक्षण कराकर कक्षा अनुरूप दक्षता संवर्धन किया जाना है |इस हेतु हमें कड़ी मेहनत, लगन के साथ अध्यापन कार्य करने की जरूरत है। निकलर ऐप की जानकारी व्याख्याता नंद कुमार चौधरी ने दिया जिसे शिक्षकों ने गंभीरता से सुना व समझा |इसके बारे में श्री चौधरी ने कहा कि इस ऐप के माध्यम से रोचक तरीके से बच्चों के ज्ञान में वृद्धि की जा सकती है|साथ ही कार्यशाला में विषयवार ,कक्षावार ब्लू प्रिंट आधारित प्रश्नों का निर्माण कर खूब अभ्यास किया गया। प्रशिक्षण में सबकी सहभागिता एवं सहयोग बेहतरीन रहा जिससे सीखने सिखाने की प्रक्रिया एवं प्रशिक्षकों का संप्रेषण उत्तम रहा।