28गांव के 4.5करोड़ रू हड़प लिए भीमा कंपनी। स्मिता
बागबाहरा संस्कार न्यूज़ गौरव चंद्राकर /बीते वर्ष की फसल बीमा क्षतिपूर्ति की राशि बीमा कंपनी द्वारा बागबाहरा ब्लाक सहित जिले के 28 गांव से अधिक किसानों का लगभग 4.5 करोड रुपया आज पर्यंत तक किसानों को भुगतान नहीं किये जाने के विरोध में जनपद अध्यक्ष स्मिता हितेश चंद्राकर ने कलेक्टर महासमुंद को 4 अक्टूबर दशहरा त्योहार के पूर्व राशि का भुगतान नहीं होने पर आमरण अनशन में बैठने का ज्ञापन सौंपा।
अध्यक्ष स्मिता हितेश चंद्राकर ने कहा 12 सितंबर को बागबाहरा ब्लॉक के 6 गांव के किसान क्षतिपूर्ति राशि की मांग को लेकर कलेक्टर महासमुंद का घेराव एवं धरना में बैठने पर कलेक्टर द्वारा सात दिवस के भीतर राशि भुगतान कराने अन्यथा की स्थिति में बीमा कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करने का लिखित आश्वासन देने पर किसानों ने धरना समाप्त किये थे। लेकिन बीमा कंपनी द्वारा 15 दिवस से अधिक समय बीत जाने पर भी किसानों को बीमा राशि भुगतान करना उचित नहीं समझा।
अध्यक्ष ने कहा की पिछले 2 वर्षों से बीमा कंपनी के ऊपर क्षतिपूर्ति की सम्पूर्ण राशि समय में भुगतान करने लगातार दबाव बनाया जा रहा है इस वर्ष भी 4 माह से भुगतान बीमा कंपनी द्वारा टुकड़े टुकड़े में किया जा रहा है ऐसी स्थिति बीमा कंपनी द्वारा इसलिए निर्मित की जाती है ताकि किसान जिला सहकारी बैंक जाकर थक जाए और इतना समय गुजर जाए के नया फसल आने पर कटाई में व्यस्त हो जाए और नया फसल की राशि मिलना प्रारंभ हो जाए किसान ऑनलाइन आपत्ति आवेदन करना भूल जाए ताकि संपूर्ण शेष राशि बीमा कंपनी को देना ना पड़े इस प्रकार करोड़ों रुपया प्रत्येक वर्ष बीमा कंपनी द्वारा हड़प लिया जाता है इस वर्ष भी बागबाहरा ब्लॉक के 7 गांव जिसमें छिबर्रा, टुहलु,जूनवानीखुर्द,चंद्रपुर,खट्टाडीही,चिंगारियां,राटापाली सहित जिला के 28 गांव जिसमें पिथौरा ब्लाक के सानटेमरी,साकरा सिंचित दादरगांव सिंचित कालीडोंगर असिंचित माटीडरा असिंचित विजय माल 2 असिंचित बसना ब्लॉक के बंडबरी बिलखंड,दुद्धीपाली,इंदिरापुर गुडीयारी,बरडीह सभी असिंचित सरायपाली ब्लॉक के सजापाली, पाठसेंद्री,अमरकोट सभी असिंचित इन गांव के किसानों को क्षतिपूर्ति की राशि लगभग 4.5 करोड़ रुपया बीमा कंपनी को भुगतान करना था लेकिन बीमा कंपनी की नियत ठीक नहीं है। जिसके विरुद्ध शासन प्रशासन द्वारा भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है ऐसी स्थिति में अकाल से पीड़ित किसानों को उनकी क्षतिपूर्ति राशि दिलाने 6अक्टूबर को अमरण अनशन किया जायेगा जिसकी समस्त जवाबदेही प्रशासन की होगी।