उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम के तहत दूरस्थ अंचल में उपचारात्मक शिक्षण हेतु पहुंची शिक्षकों की मॉनिटरिंग टीम पिथौरा
गौरव चंद्राकर की रिपोर्ट
संस्कार न्यूज़ पिथौरा/ छत्तीसगढ़ समग्र शिक्षा राज्य कार्यालय रायपुर द्वारा संचालित कक्षा 9 से 12वी तक के विद्यार्थियों के लिए उपचारात्मक शिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है| इसी कड़ी में पिथौरा विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री के के ठाकुर के मार्गदर्शन में विकासखंड अंतर्गत संचालित समस्त विद्यालय में उपचारात्मक शिक्षण के लिए मॉनिटरिंग टीम का गठन सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री लीलाधर चौधरी के नेतृत्व में किया गया है | इसी क्रम में पिथौरा से लगभग 45 किलोमीटर दूर शासकीय हाई स्कूल जबलपुर में उपचारात्मक शिक्षण व निरीक्षण करने के लिए सहायक नोडल अधिकारी विवेक कुमार वर्मा , गणित के व्याख्याता अक्षय साहू,विज्ञान के व्याख्याता नंद कुमार चौधरी, अंग्रेजी के व्याख्याता रविशंकर बंछोर की टीम पहुंची| उन्होंने छात्र छात्राओं को परीक्षा संबंधी विशेष टिप्स दिए | टीम ने कक्षा दसवीं मैं गणित ,विज्ञान और अंग्रेजी का अध्यापन कार्य किया| इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया व अपनी समस्याओं का हल प्राप्त किया| इस अवसर पर नोडल अधिकारी श्री एलडी चौधरी ने कहा कि कोरोना काल के कारण छात्र छात्राओं की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है तो यह उपचारात्मक शिक्षण से जरूर लाभ मिल सकेगा,| परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा द्वारा राज्य में यह कार्यक्रम सभी जिले में संचालित है । हाई स्कूल जबलपुर के लिए यह विशेष इसलिए है क्योंकि यह स्कूल विगत चार वर्षों से शिक्षक विहीन है| यहां मिडिल स्कूल के शिक्षक हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं को पढ़ाते है ।
उपचारात्मक शिक्षण जब चल रहा था तो पालकगण भी आ गए और इसका लाभ मिलने की बात कही गई लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि एक दिन मे इसका ज्यादा लाभ नहीं मिल पाएगा| ऐसा कार्यक्रम यदि सप्ताह में एक बार चलाया जाए तो जरूर लाभ मिल सकेगा। वहीं ग्रामीणों में से श्री संजय प्रधान ने कहा कि हमारे ग्रामवासी शिक्षा को लेकर बहुत जागरूक रहते है| यहां शिक्षा का स्तर अच्छा हो और स्कूल परिसर आकर्षित व स्वच्छ हो ,इसका विशेष ध्यान रखते है |साथ ही हमारे स्कूल के शिक्षक गण स्कूल सौंदर्यीकरण व शिक्षण में विशेष रुचि रखते है| उन्होंने ये भी बताया की हम सभी ग्रामीण स्कूल के विकास के लिए स्व पहल से सभी ग्राम वासी चंदा एकत्रित किए है जो लगभग 1,50000 रुपए की राशि है जो कि अपने आप में एक मिशाल है। इस कार्य की सराहना एल डी चौधरी सर ने भी की और कहा कि ऐसा मिशाल विरले ही देखने को मिलता है| उपचारात्मक शिक्षण मे उपस्थित सभी शिक्षकों ने जबलपुर स्कूल द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना भी की।