48 घंटे में यूरिया नहीं मिलने से बसना क्षेत्र के किसान करेंगे आंदोलन खाद समस्या को लेकर अनुविभागीय अधिकारी के नाम थाना प्रभारी को सौंपा ज्ञापन
गौरव चंद्राकर की रिपोर्ट
बसना संस्कार न्यूज़/अन्नदाता कहे जाने वाले किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोसाइटियों में यूरिया खाद नहीं मिलने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यूरिया नहीं मिलने से नाराज किसानों ने दो दिन के भीतर खाद उपलब्ध नही होने की स्थिति में आंदोलन करने की बात कही है। साथ ही अनुविभागीय अधिधिकारी सरायपाली के नाम बसना थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा गया।
गौरतलब है कि यूरिया खाद की किल्लत के चलते निजी दुकानदार मनमानी दर से चुपके से खाद की बिक्री कर रहे हैं और संबंधित विभाग मूकदर्शक बनकर बैठे हुए हैं। क्षेत्र में यूरिया खाद को लेकर जबरदस्त मारामारी मची हुई है। किसानों ने बताया कि अब यूरिया के लिए शहर में आकर वापस लौट जाते हैं। किसान प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तयकर सारे काम-धाम छो़ड़कर भूखे प्यासे दिन भर खाद के सेंटरों पर आते है और निराश होकर लौट शाम को अपने घर चले जाते हैं।
यूरिया खाद के लिए दुकानदारों के चक्कर काटने को विवश हैं। खाद की किल्लत के चलते फसलों को खाद नहीं दे पा रहे हैं। रबी की फसल में यूरिया की खपत अधिक होती है, लेकिन क्षेत्र में यूरिया नहीं मिलने से बाजार में यूरिया कमी है। यूरिया की कमी का फायदा उठाते हुए दुकानदार किसानों से अधिक दाम वसूल रहे हैं। वही बसना थाना क्षेत्र अंतर्गत साहूडीपा, बामडाडीह एवम् रेमड़ा के किसान बुधवार को नीलांचल भवन पहुंचकर अपनी समस्या बताते हुए कहा कि वर्तमान में धान की रवि फसल लगा है, जिसके लिए यूरिया खाद की आवश्यकता है, लेकिन शीर्ष अधिकारियों द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उनकी समस्या को सुनते हुए नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सम्पत अग्रवाल के प्रतिनिधि एवं मीडिया सलाहकार जर्नलिस्ट प्रकाश सिन्हा ने दूरभाष से संबंधित अधिकारी के सामने बात रखी। साथ ही किसानो के हित के लिए किसानो के साथ अनुविभागीय अधिकारी एवं एपीओ (कृषि विभाग) के नाम लिखित ज्ञापन बसना थाना प्रभारी को किसान जन जागरण संघ एवं क्षेत्र के जनपद सदस्य के सोहन पटेल, किसान देवनाथ पटेल, आबद्ध पटेल, गोपाल पटेल, योगेंद्र पटेल, अजय पटेल, शशिकला पटेल समेत क्षेत्र के किसान ने जल्द से जल्द युरिया खाद की व्यवस्था करने की मांग शासन-प्रशासन से करते हुए विवरण सूची के साथ हस्ताक्षर कर ज्ञापन सौंपा गया।
वहीं खाद को लेकर क्षेत्र के किसान भटक रहे हैं। क्षेत्र में डीएपी खाद की कालाबाजारी के बाद अब यूरिया खाद की कालाबाजारी शुरू हो गई है। वहीं सरकार के लेटलतीफ रवैया से किसान मजबूर और हताश हैं।
3 दिन पूर्व खाद नही होने की जानकारी विभाग को दिया गया है। वर्तमान में जगदीशपुर में यूरिया खाद नही हैं।