उत्तराखंड
के मौसम में गुरुवार को अचानक बदलाव आ गया। सुबह से ही मैदानी इलाकों में
बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने लगी। चारधाम में जमकर बर्फबारी
हुई। ऊंचाई वाले इलाकों में कई गांव बर्फ से ढंक गए।
अचानक
मौसम का मिजाज बदला और गुरुवार सुबह से ही बारिश और बर्फबारी होने लगी।
गैरसैंण नगर में कई वर्षों बाद हिमपात हुआ। जबकि थराली में बारिश और
बर्फबारी से करीब 30 से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है। वहीं रूपकुंड,
वेदनी आली बुग्याल, बगुवावास, ब्रह्मताल, बगजी बुग्याल में करीब दो से तीन
फीट बर्फ गिरी।
गैरसैंण
के कुणीखेम, छड़ीसैंण, गौल, रूहेड़ा, आंद्रपा, पंचाली, मठकोट, पज्याणा,
मेहरगांव, रामड़ा, सारकोट, परवाड़ी, फरकंडे, घंडियाल, भराड़ीसैंण, सलियाणा,
गैड़, घारगैड़ में बर्फबारी हुई जो देर शाम तक होती रही। कालीमाटी से खेती
तक सड़क पर बर्फबारी होने से कई वाहन वहां फंसे रहे। वहीं थराली के
रतगांव, कोलपुड़ी, बमोटिया, हरिनगर लेटाल, गुमड़, रूईसाण, डुंग्री गांव में
दो फीट बर्फ गिरी। यहां कई गांवों का आपस में संपर्क कट गया है।
वहीं ब्रह्मताल, भेंकलताल, लोहाजंग, वेदनी में पर्यटक बर्फबारी का लुत्फ उठाने पहुंचे। बधाणगढ़ी का मंदिर भी बर्फ से ढक गया। ग्वालदम, वांण, डुंग्री, रतगांव, कोलपुड़ी, वेदनी, ब्रहमताल, पारथा, सहित सोल घाटी और रूपकुंड वैली में बर्फबारी हो रही। रतगांव, ब्रह्मताल, लोहाजंग, आईजन टॉप और वांण में भी पर्यटकों ने बर्फबारी का खूब आनंद उठाया।
कुलिंग के भुवन बिष्ट ने कहा कि ब्रह्मताल में 26 और वेदनी में पांच पर्यटक पहुंचे हैं। वहीं बारिश से कर्णप्रयाग, सिमली, लंगासू, आदिबदरी, नौटी, नंदासैंण सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड बढ़ गई है। वहीं सिमली-शैलेश्वर, सिमली-बेनीताल, सिरण-एंड सड़कों पर बारिश के दौरान पत्थर गिरने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बुधवार शाम से हो रही बारिश और बर्फबारी से थराली-पारथा, डुंग्री-कोलपुड़ी, डुंग्री-बुरसोल, थराली-कस्बीनगर, डुंग्री-रूईसाण, ग्वालदम-चिडंगा, नंदकेशरी-जोला, सेरा-तलवाड़ी सड़क आवागमन के लिए बंद हो गई। सड़क बंद होने से दूर-दराज के गांवों में गर्भवती महिलाओं और मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने की समस्या खड़ी हो गई है। वहीं लोनिवि के सहायक अभियंता धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि बारिश और बर्फबारी थमने पर सड़क खोलने का कार्य शुरू किया जाएगा।
चमोली जनपद के निजमुला घाटी के दूरस्थ गांव इराणी में सड़क और स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने पर बीमार 64 वर्षीय आनंद सिंह को ग्रामीण आठ किमी पैदल चलकर भारी बर्फ बारी के बीच कुर्सी का स्ट्रैचर बना कर सड़क तक लाए। जहां से फिर वाहन के जरिये मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया।
(News Credit by Amar ujala)