मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित हुए 56 शिक्षक - sanskar.live
ad inner footer ad inner footer ad inner footer
ad inner footer ad inner footer

Hot

Post Top Ad

ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer ad inner footer

फ़रवरी 04, 2022

मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार से सम्मानित हुए 56 शिक्षक

  



संसदीय सचिव ने साल-श्रीफल व मोमेंटों भेंटकर किया सम्मानित

फोटो

महासमुंद। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार से 56 शिक्षकों को साल-श्रीफल व मोमेंटों भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने सम्मानित शिक्षकों के उज्जवल भविष्य की कामना की।


आज सोमवार को डाइट में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री गौरव अलंकार पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अध्यक्षता जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल ने की। विशेष के अतिथि के रूप में जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर, खिलावन बघेल, दाऊलाल चंद्राकर, संजय शर्मा, गिरजाशंकर चंद्राकर, राजू साहू, ऐतराम साहू, गुरमीत चावला, ममता चंद्राकर, खोम सिन्हा मौजूद थे।


संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। बाद इसके मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने वर्ष 2020 के ज्ञानदीप पुरस्कार से रामप्रसाद साहू, अशोक साहू, श्रीमती नंद, वर्ष 2021 के लिए भारती सोनी, प्रेमचंद साव व संगीता पंडा को पुरस्कृत किया। इसी तरह शिक्षादूत पुरस्कार से खोरबाहरा राम सोनवानी, नीलकंठ यादव, श्रीमती गोवर्धन प्रसाद, श्रीमती ज्योति शुक्ला, अनिल पटनायक, राधेश्याम पटेल, चंद्रशेखर पटेल, जनककुमारी पटेल, श्रीमती अनुपमा सतपथी, श्रीमती रूपा पांडे, केदारनाथ साहू, कांति नेताम, ऋषिकेश कुमार साहू, नीलांबर नायक, वीरेंद्र कर, गोमती साहू, कमलनारायण यादव, मुनिया निर्मलकर, कविता बढ़ाई, अभिमन्यू सिन्हा, प्रवीण कुमार साहू, शनिराम सिदार, गीता खुंटे, निरूपमा देवता, खेमराज टंडन, अमित कुमार उइके, फारूख मोहम्मद, उमाकांत प्रधान, शिवकुमार साहू व वीरेंद्र चौधरी को सम्मानित किया गया। इसके अलाव प्रधानपाठक ईश्वरी जेंड्रे, गंगाराम साहू, विनोद कुमार बरिहा, हेमराज पटेल, अजय कुमार आर्य, रामबाई गुरूदत्ता, गंगाप्रसाद चौहान, देवीसिंह ठाकुर, रमेशचंद शर्मा, हृदयराम साहू, नरेंद्र नायक, रामनारायण धीवर, माधवकुमार साहू, बद्रीप्रसाद पुरोहित, गोकुल कुमार प्रधान, श्रीमती सुनीता, बिंदु सोना, कौशल बेहरा व अवधराम चौधरी का भी सम्मान किया गया। अपने संबोधन में संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि शिक्षक ईश्वर के समान होता है। शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से पूजनीय रहा है। समाज व देश के निर्माण में शिक्षकों का अहम योगदान रहता है। आज वे स्वयं जिस मुकाम तक पहुंचे हैं उसमें शिक्षकों का अहम योगदान रहा है। शिक्षक ही अपने विद्यार्थी का जीवन गढता है। और शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक टेकराम सेन ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डीईओ हिमांशु भारतीय, सहायक संचालक सतीश नायर, नंदकुमार सिन्हा, एम पी साहू, एस चंद्रेसन, मीना पाणिग्रही, दिलीप तिवारी, विद्या साहू, अरुण प्रधान, शोभा दीवान सहित शिक्षकगण मौजूद थे

Post Top Ad

ad inner footer ad inner footer