पिथौरा- नगर के इकलौते शहीद भगत सिंग खेल मैदान में शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमवाड़ा लगा रहता है ,दर्शकों के बैठने वाली सीट पर असामाजिक तत्वों के द्वारा लगभग रोजाना जाम छलकाया जाता है बैठने की जगह में शराब की बोतल व डिस्पोजल समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री पसरी रहती है। अंधेरा होते है असामाजिक तत्व मैदान के भीतर बैठ कर नशा करते है
शराब की बोतले मैदान में बिखरी रहती है, इन कांच के टुकड़ों से खिलाड़ी घायल होने लगे है, जिसे रोक पाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनोती है। खिलाड़ी अविनाश मित्तल ने बताया कि सुबह खेलने आने के दौरान मैदान में जगह-जगह कांच बिखरा पड़ा रहता है जिससे खिलाड़ियों कई बार चोटिल हो जाते हैं कांच की बोतल फोड़ दी जाती है जिससे मैदान खेलने हेतु उपयुक्त नही रहा है ।शाम ढलते ही कुछ लोग आकर यहां जमकर शराबखोरी करते हैं यहां के खराब वातावरण से मैदान में आने वाली कुछ महिलाएं भी अब आना पसंद नहीं करती। ठीक ऐसा ही आलम नगर के पिथौरा- लाखागढ़ तालाब के पास एक आस्था के केंद्र पर है जहाँ सुबह से ही गंजेड़ी व नशेड़ीओ का मजमा लगा रहता है उक्त स्थल के आस-पास राहगीरों से बदसलूकी की खबरें भी मिलती रहती है, रोजाना उक्त मार्ग से लाखगड से सैकड़ो राहगीर गुजरते है, गंजेडीयो द्वारा वातावरण दूषित किया जाता है किन्तु उन गंजेडीयो पर पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही ना करना समझ से परे है ।